भारत से कारोबारी लिहाज से तल्ख रिश्ते बनाए रखना पाकिस्तान को पड़ रहा भारी

जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) से अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाए जाने के बाद भारत (India) से तल्ख रिश्ते बनाए पाकिस्तान (Pakistan) को काफी नुकसान झेलना पड़ा रहा है | खास तौर से कारोबारी लिहाज से, जिसका असर न केवल उसकी इंडस्ट्रीज पर पड़ रहा है, बल्कि आम जनता भी इससे बेहद जूझ रही है | दरअसल, भारत से कारोबारी रिश्ते खत्म कर देने की वजह से पाकिस्तान में कपास की भारी कमी हो गई है | नतीजतन उसका कपड़ा इंडस्ट्री ठप पड़ गई है | मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान में कपास (Cotton) उत्पादन में करीब 35 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है | इसकी बड़ी वजह है भारत से व्यापार बंद होने के कारण पाकिस्तान के कपड़ा उद्योगों के पास कपास का न पहुंचना |
व्यापारिक संबंध खत्म होने से पहले पाकिस्तान बड़ी तादात में भारत से कपास मंगाता था | सीमावर्ती देश होने के कारण पाकिस्तान को भारत से कपास आयात करने में ट्रांसपोर्टेशन की लागत भी बेहद कम आती थी, लेकिन अब यह बंद है, जिसके चलते वह कपास की कमी से निपटने के लिए दूसरे मुल्कों पर निर्भर हो चला है और उसने अमेरिका, स्पेन और ब्राज़ील से कपास का आयात शुरू कर दिया है | यह उसे भारत से कपास आयात करने की तुलना में बहुत महंगा पड़ रहा है | पाकिस्तान कॉटन जिनर्स एसोसिएशन (पीसीजीए) ने भी हाल ही में कपास के उत्पादन में 26.54 फीसदी की गिरावट की आशंका जताई थी | इस समय भारतीय कपास का भाव करीब 69 सेंट प्रति पौंड है... जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कपास का भाव 74 सेंट प्रति पौंड है | इस लिहाज से भी पाकिस्तान के लिए भारत से कपास का आयात करना सस्ता पड़ता है |