World Cup: कपिल देव ने कहा- धोनी नहीं ये है टीम इंडिया की सबसे बड़ी समस्या

टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए धोनी का बचाव करते हुए इस दिग्गज ने कहा कि जहां तक टीम की बात है तो एमएस धोनी सबसे अच्छा कर रहे हैं | शायद वह लोगों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे हैं | कपिल ने कहा कि जो सबसे बड़ी समस्या है, वो यह है कि हम अपने हीरों से काफी अधिक उम्मीद कर रहे हैं | वह अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं | कपिल देव ने कहा कि एक कप्तान के रूप में आक्रामक विराट कोहली के साथ उनका शांत बने रहना आदर्श है | उनकी विकेटकीपिंग की किसी से तुलना भी नहीं की जा सकती | 60 साल के कपिल ने महसूस किया कि धोनी 20 या 23 की उम्र में जितने अच्छे थे उतने अच्छे अब नहीं हो सकते | वहीं पूर्व भारतीय कप्तान ने ये भी कहा कि आईसीसी को डीआएस रिव्यू की संख्या बढ़ाने में सोचना चाहिए | दरअसल न्यूजीलैंड के खिलाफ मंगलवार को हुए पहले सेमीफाइनल मुकाबले में भारत ने पहली ही गेंद पर अपना रिव्यू गंवा दिया | जब भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर मार्टिल गप्टिल का लेग स्टंप मिस हो रहा था | कपिल देव का मानना है कि विश्व कप के नॉकआउट राउंड में एक रिव्यू नहीं होना चाहिए | आईसीसी को डीआरएस रिव्यू की संख्या बढ़ाने पर विचार करना चाहिए | खासतौर पर नॉकआउट मैच तो करना ही चाहिए | उन्होंने कहा कि दो या तीन रिव्यू क्यों नहीं हो सकते | उन्होंने कहा कि एक रन या एक विकेट मैच का पूरा पासा ही पलट सकता है और नॉकआउट राउंड में एक डीआरएस रिव्यू सही नहीं हैं | भारत के ये दिग्गज क्रिकेटर टीम इंडिया की मौजूदा तेज गेंदबाजी विभाग से काफी प्रभावित है | उन्होंंने कहा कि साल भर किसी को उम्मीद नहीं थी कि जसप्रीत बुमराह इस स्तर तक पहुंचेंगे | 10 इंच की दौड़ के साथ लगातार 145 किमी की रफ्तार से गेंदबाजी करना आसान नहीं है |