जिम्मी नीशाम के छक्का जड़ते ही कोच की सांसे हुई बंद

सुपर ओवर के टेंशन में लोग अपने नाखुन तक खाने लगे थे और इसी हाई वोल्टेज मैच ने उस दिन न्यूजीलैंड कोच की सांसों को हमेशा- हमेशा के लिए रोक दिया | सुपर ओवर में जैसे ही जिम्मी नीशाम ने स्टैंड में छक्का जड़ा, उनके कोच ने अपनी आंखे बंद कर ली | जिसका दुख नीशाम ने सोशल मीडिया पर जाहिर किया | ऑकलैंड के पूर्व ग्रामर स्कूल टीचर और कोच डेविड जेम्स गॉर्डन ने वर्ल्ड कप फाइनल वाले दिन अपनी आखिरी सांसें ली | उनकी बेटी लियोनी गॉर्डन ने कहा कि यह उसी तरह से है, जैसे वह जाना पसंद करते होंगे | लियोनी ने बताया कि जब फाइनल ओवर चल रहा था, तो एक नर्स आई और सुपर ओवर में नर्स ने कहा कि इनकी सांसें बदल रही हैं | जिम्मी ने जैसे ही सुपर ओवर में स्टैंड में छक्का मारा, उन्हाेंने अपनी आखिरी सांस ली |
न्यूजीलैंड के इस स्टार क्रिकेटर ने सोशल मीडिया पर लिखा 'डेव गॉर्डन, मेरे हाई स्कूल टीचर, कोच और दोस्त इस खेल के लिए आपका प्यार बहुत था | खासकर हमारे जैसे उन भाग्यशाली लोगों के लिए जिन्होंने आपके अंडर में खेला हो | उन्होंने साथ में यह भी कहा कि आप गर्व कर रहे थे | हर एक चीज के लिए आपका शुक्रिया | करीब पांच सप्ताह पहले नीशाम ने बचपन के कोच गॉर्डन का दिल फेल हो गया था, जिसके बाद उनकी दोनों बेटियां और परिवार वाले इटली और सेन फ्रांसिस्को से आए | वह जानते थे कि उनके साथ समय बिताने के लिए उनके पास काफी कम समय है | उनकी बेटी ने यादों को साझा करते हुए बताया कि हम लोग क्रिकेट को लेकर काफी बात किया करते थे, क्योंकि वह एक बड़े प्रशंसक थे और ब्लैक कैप्स को फॉलो करते थे | अपने 25 साल के करियर में गॉर्डन ने कई जूनियर में कई भविष्य के ब्लैक कैप्स को कोचिंग दी |