जल्दबाजी की दौड़ आपको अपने प्रियजनों से दूर ले जा सकती है
लखनऊ , हज़रतगंज , कैमरे है मगर ट्रायल पर , जब तक ट्रायल होगा तब तक कैमरे नही होंगे, या खराब हो गये होंगे, ये कैमरे इसलिये लगाये गये ताकि यातायात का नियम तोड़ने वालों को दंडित किया जा सके। मगर फिलहाल कैमरे दंडित है , उनका सही प्रयोग न होने के कारण, सभी वाहनों को जेब्रा क्रोसिंग से पहले रुकना है, मगर जेब्रा क्रोसिंग बंद है, पैदल यात्री की जहाँ से मर्ज़ी हो वहां से जाये , जब मर्जी हो तब जाये , एक्सीडेंट होगा तब देख लेंगे। राह में कब जानवर आ जाये, कब उल्टा चलने वाले, कब गलत दिशा से साइड देने वाले लोग मिले ,कब बीच रास्ते मे फ़ोन करने वाले रुक जाये, कब टेम्पो वाला सवारी के लिये रुक जाये , कब हॉर्न बजाता, या हूटर बजाता आ जाये पता नही , सबको जल्दी है कहाँ की पता नही ,हमारे पास सभी संसाधन तो है मगर उसको ईस्तमाल के लिये समय नही है
आप उल्टा आ रहे है चलेगा, आप हेलमेट नही पहने है चलेगा, आपने सीट बेल्ट नही पहनी चलेगा, आप जरूरत से ज्यादा सवारी रक्खे है चलेगा,अगर आपकी गाड़ी पर विशेष वर्ग या विभाग का स्टिकर लगा है तब तो बिना पेट्रोल के भी वाहन चलेगा। बस न करे तो एक्सीडेंट। इसमे प्रशासन का दोष तो हैं मगर उससे पहले पब्लिक का है, जो समय नही निकलती या थोडा पहले नही निकलती है, उसके बाद शुरू होती है जल्दवाजी की दौड़, गलत कट मारने की दौड़ ,अगर आप जल्दी घर या आफिस पहुँच भी गये यो मिला क्या, कुछ नही लेकिन जिस दिन समय खराब हुआ तो जरूर मिलेगा, बेपनाह दर्द आप को भी परिवार को भी । अगर जान गई तो दर्द की अतिशियोक्ति नही। चोट लगने पर इलाज मिलेगा तो वो भी कैसे ।..........ArYa