आयुष्मान की फिल्म बाला एक बार फिर संकट में

आयुष्मान की फिल्म बाला एक नए झमेले में फंस गई है | IANS की खबर के मुताबिक, फिल्मकार कमल कांत चंद्रा का कहना है कि फिल्म बाला की स्क्रिप्ट को उनकी बायोपिक से उठाया गया है | कमल कांत चंद्रा का दावा है कि बाला असल में उनकी जिंदगी की कहानी है और उनका कहना है कि इस फिल्म की रिलीज पर परमानेंट रोक लगा दी जानी चाहिए | कमल कांत ने ये भी कहा कि उन्होंने साल 2017 में आयुष्मान खुराना को फिल्म बरेली की बर्फी के प्रमोशन के टाइम पर एप्रोच किया था | अपनी कहानी बताते हुए कमल ने IANS से कहा - मैं चाहता हूं कि फिल्म बाला पर परमानेंट रोक लगा दी जाए और है और इस फिल्म को मुझे खुद बनाने का मौका दिया जाए | ये एक तरह से मेरी ही बायोपिक है |
ये मेरी जिंदगी की कहानी है... मैं फिल्म बरेली की बर्फी के प्रमोशन के समय आयुष्मान से मिला था | कमल के मुताबिक, आयुष्मान से लगभग एक साल तक कॉन्टेक्ट में रहने के बाद उनके टीम ने कमल कांत को कहा कि आयुष्मान गंजे आदमी का किरदार निभाने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं | साल 2018 दिसंबर में, कमल ने पढ़ा कि आयुष्मान एक फिल्म में उम्र से पहले गंजे होने वाले लड़के का किरदार निभा रहे हैं और वो फिल्म कमल कांत की नहीं है | उन्होंने कहा - मुझे बहुत बड़ा झटका लगा था | मैंने उन्हें एक लीगल नोटिस भेजा था | मैंने मार्च के महीने में उनके और फिल्म के मेकर्स के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में एक केस भी फाइल किया | प्रोड्यूसर दिनेश विजन की कंपनी ने कहा कि वे उस समय फिल्म की स्क्रिप्ट पर काम कर रहे थे | कमल कांत ने बताया - मैं इसके बाद अक्टूबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट गया | सुप्रीम कोर्ट में 4 नवम्बर को सुनवाई हुई | सुप्रीम कोर्ट ने बॉम्बे हाई कोर्ट को बाला की रिलीज से पहले ये मामला सुलझाने को कहा है | बता दें कि फिल्म बाला में आयुष्मान खुराना संग यामी गौतम और भूमि पेडनेकर ने काम किया है | इस फिल्म को डायरेक्टर अमर कौशिक ने बनाया है |